किसी को कà¥à¤¯à¤¾ हासिल होगा मà¥à¤à¥‡ याद करने से, दोसà¥à¤¤à¥‹...मैं तो à¤à¤• आम इंसान हूà¤;
ये जो चंद फà¥à¤°à¥à¤¸à¤¤ के लमà¥à¤¹à¥‡ मिलते हैं जीने के लिà¤;
इसलिठआपको याद करते हैं ज़ीने के बहाने से।
बैठे थे अपनी याद लेकर कि अचानक चौंक उठे;
​याद आती है तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ तो सिहर जाता हूठमैं​;​
महकती फ़िज़ा की खà¥à¤¶à¤¬à¥‚ में जो देखा पà¥à¤¯à¤¾à¤° को;
ये कà¥à¤› लफ़à¥à¥›à¥‹à¤‚ में बयां कर पाना मà¥à¤¶à¥à¤•à¤¿à¤² है।
पर इतनी जलà¥à¤¦à¥€ à¤à¥à¤² here जाà¤à¤‚गे अंदाज़ा ना था।
बड़ी तबà¥à¤¦à¥€à¤²à¤¿à¤¯à¤¾à¤ लायें हैं अपने आप में लेकिन;
à¤à¥‚ल जायेंगे आप हमें, पर à¤à¥‚लने वाले हम नहीं;
ग़म से पतà¥à¤¥à¤° हो गया लेकिन कà¤à¥€ रोया नहीं।
किसी ने फूल रख के आंसूं की दो बूंद बहायी;
à¤à¤• रोज़ सà¥à¤¬à¤¹ उठने के बाद ये जरà¥à¤° सà¥à¤¨à¥‹ तेरी ख़ामोशी जला देती है इस पागल दिल को;
तो कà¥à¤› पनà¥à¤¨à¥‹à¤‚ पर आà¤à¤–ें नम और कà¥à¤› पर मà¥à¤¸à¥à¤•à¥à¤°à¤¾à¤¹à¤Ÿà¥‡à¤‚ होंगी।